राउटर क्या है What is Router in Hindi
जब भी कोई Router के बारे में बात करता है तो सबसे पहले दिमाग में इंटरनेट का नाम आता है क्योंकि Router का काम इंटरनेट को चलाने का होता है अब इंटरनेट के बारे में तो सभी जानते हैं कि इंटरनेट बहुत सारे नेटवर्कों का कलेक्शन होता है Router तीन लेयर पर काम करते हैं ये लेयर फिजिकल लेयर, डेटा लिंक लेयर, और नेटवर्क लेयर होती है
राउटर क्या है What is Router in Hindi
अब सोचने वाली बात यह है कि Router का क्या काम होता है वो Mac Address के साथ-साथ IP (Internet Protocol) एड्रेस को भी कैसे चेक करता है, जब भी आईपी एड्रेस के बारे में बात करते हैं वहां पर इंटरनेट के बारे में बात करते हैं
राउटर क्या है What is Router
Router एक ऐसा डिवाइस होता है जो दो या उससे अधिक नेटवर्कों को आपस में कनेक्ट करने का काम करता है मान लीजिए कि एक कंपनी के दो ऑफिस है एक दिल्ली में है और दूसरा अहमदाबाद में है तो उन दोनों ऑफिस को इंटरनेट के माध्यम से कनेक्ट करते हैं, Router को सर्विस प्रोवाइडर भी कहा जाता है, इसका काम यूजर को इंटरनेट कनेक्शन देने का होता है
मान लीजिए कि कोई कंपनी बहुत बडी है तो वहां पर Leased लाइन लेनी होती है उसमें बहुत ज्यादा पेमेंट करना पडता है क्योंकि इस तरह के कनेक्शन पर्सनली दिए जाते हैं जब घर पर वाई-फाई का इस्तेमाल किया जाता है तो वहां पर स्पीड कम हो जाती है पर जब बडी कंपनियों को देखा जाता है तो वहां पर इंटरनेट की स्पीड कभी भी कम नहीं होती क्योंकि उन्होंने Leased Line ली हुई होती है
अब चाहे किसी भी तरह की लाइन को ले वे सभी Router पर चलती है Router में दो चीजों का ध्यान रखना होता है
Routing Table
इसमें सबसे पहली चीज यह है कि हर Router Routing टेबल बनाता है जैसे रेल्वे स्टेशन पर सभी ट्रेनों का आने और जाने का एक निश्चित समय होता है वैसे ही Routing टेबल में डेटा का एक Path होता है जिससे वो आगे जाता है
Packets
Router हमेशा डेटा को पैकेट की फाॅर्म में एक जगह से दूसरी जगह पर भेजता है अगर दो Router एक दूसरे के साथ कनेक्ट है तो वो एक दूसरे को पैकेट के जरिए समझते हैं
कौन सा राउटर खरीदें Which Routers to Buy
अभी के समय में ऐसी बहुत सी कंपनियां जो Router को प्रोवाइड कराती है जैसे Cisco, Norton, Juniper इत्यादि पर अगर देखा जाएं तो मार्केट में सबसे ज्यादा Cisco कंपनी के Router की वैल्यू होती है Cisco कंपनी के Router के अंदर एक IOS होता है जिसका पूरा नाम Internetwork Operating System होता है इस कंपनी के आईओएस में बहुत सारे फीचर्स होते हैं
अगर घर में Router लगाना है तो उसके फीचर्स देखना जरूरी है या फिर ये देखना जरूरी है कि कौन सा Router सस्ता है Cisco कंपनी के Router कई तरह के आते हैं अगर कोई कंपनी छोटी है तो एक्सेस लेयर Router को खरीद सकते हैं इनको कंपनी लेयर Router भी बोला जाता है, अगर कंपनी मीडियम बेस की है तो Distribution Layer Router को खरीद सकते हैं इन्हें आईएसपी लेयर Router भी बोला जाता है और अगर कंपनी बहुत बडी है तो Core Layer Router को खरीद सकते हैं इस तरह के राउटर को Backbone Router कहा जाता है
राउटर और मॉड्म में अंतर Difference Between Router and Modem
अभी का समय इंटरनेट का है इंटरनेट बहुत बडा नेटवर्क है जो पूरी दुनिया के नेटवर्कों को एक साथ जोडता है, कंप्यूटर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में बैठे हुए आदमी के साथ बातचीत या फिर किसी डेटा को ट्रांसफर किया जा सकता है, इसके माध्यम से किसी एक कंप्यूटर को एक या उससे ज्यादा कंप्यूटर को आपस में जोडकर डेटा का आदान प्रदान किया जा सकता है लेकिन यहां सबसे बडा सवाल यह है कि उन सभी डिवाइसों में आखिर इंटरनेट कहां से आता है
उन डिवाइसों में दो तरह से इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है पहला सेल्यूलर नेटवर्क से और दूसरा इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से, जब सेल्यूलर को छोडकर डिवाइस को इंटरनेट से कनेक्ट किया जाता है तो एक Modem की आवश्यकता होती है और जिस डेटा को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में भेजा जाता है वो Router की मदद से किया जाता है जो इंटरनेट के साथ जुडा हुआ होता है
Modem और Router दोनों ही डिवाइसों में इंटरनेट की सुविधा प्रदान करते हैं पर क्या आखिर इन दोनों में अंतर क्या होता है
Modem
Modem दो शब्दों Mo और Dem से मिलकर बना है जहां इनका मतलब Modulator और Demodulator से होता है ये एक ऐसा डिवाइस है जो डिजिटल सिग्नलों को एनालॉग सिग्नलों में और एनालॉग सिग्नलों को डिजिटल सिग्नलों में बदलता है यानि Modem सिग्नलों का Modulation और Demodulation करता है
Modem का उपयोग दो कंप्यूटरों को टेलीफोन लाइन के माध्यम से जोडने के लिए किया जाता है यहां ये भी पता होना चाहिए कि हर कंप्यूटर डिजिटल मोड पर काम करता है जबकि टेलीफोन लाइनों मे मैसेज को भेजने के लिए एनालॉग लाइनों का उपयोग किया जाता है, Modem एक इनपुट और आउटपुट डिवाइस है जिसका उपयोग टेलीफोन लाइन पर डेटा भेजने के लिए किया जाता है
टेलीफोन लाइन डेटा को एनालॉग की फाॅर्म मे भेजती है इसलिए Modem एक Conversion टूल भी है जो एक डिवाइस के सिग्नल को दूसरे डिवाइस के सिग्नल में बदलता है जिससे दूसरा डिवाइस उन सिग्नलों को समझ सकें, सन् 1962 में जब पहला Modem तैयार किया गया था उस समय Modem Dialogue हुआ करते थे मतलब डिवाइस को ISP से कनेक्ट करने के लिए एक फोन नंबर डॉयल करना होता था ये Modem फोन लाइनों पर ऑपरेट होते थे और टेलीफोन की Frequency का इस्तेमाल करते थे
Dial Up Modem पूरी तरह से टेलीफोन लाइनों का उपयोग करते हैं इनमें एक बार में यूजर या तो इंटरनेट चला सकते हैं या फिर वॉयस कॉल कर सकते हैं, अभी के समय के Modem में बहुत बदलाव किए गए है जिसकी वजह से DSL और Cable Modem का इस्तेमाल किया जा रहा है जिन्हें ब्रांडबैंड डिवाइस भी कहा जाता है
ब्रांडबैंड मॉडम को हाई स्पीड Modem के रूप में जाना जाता है जिसके कारण अभी ज्यादातर जगह पर इनका इस्तेमाल किया जाता है
Router
Router एक छोटा सा इलैक्ट्रिानिक डिवाइस होता है जो दो या दो से अधिक कंप्यूटरों को Wired या Wireless माध्यम से जोडता है, इसलिए इसे इंटरनेट वर्किंग डिवाइस भी कहा जाता है, एक कंप्यूटर को Router के साथ कनेक्ट करने के लिए Modem को Router के साथ कनेक्ट किया जाता है इसलिए ज्यादातर Router में Ethernet मोड होता है
Router में एक सीपीयू, कई प्रकार की डिजिटल मैमोरी और इनपुट आउटपुट Interface होता है Router की मदद से किसी नेटवर्क में उपलब्ध एक से अधिक कंप्यूटरों को एक फिजिकल Interface के जरिए उन सभी कंप्यूटरों को इंटरनेट की सुविधा प्रदान की जाती है लेकिन Router के जरिए ये कंप्यूटर Directly कनेक्ट नहीं हो सकते हैं
इसके लिए Router को ऐसे डिवाइस के साथ जोडना होता है जो उन कंप्यूटरो को इंटरनेट कनेक्शन प्रोवाइड कर सके और उस डिवाइस का नाम Modem होता है इसलिए Router को Modem और कंप्यूटर के बीच में लगाया जाता है, ये बात तो सभी जानते हैं कि Router का काम डेटा को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में पहुंचाने का होता है ये डेटा को पैकेट की फॉर्म में एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में भेजने का काम करता है
इसका मुख्य काम पैकेट का रिसीव करने का होता है और इन पैकेटों में IP एड्रेस होता है Router इन आईपी एड्रेस को मैमोरी के आईपी एड्रेस के साथ चेक करता है और फिर उन पैकेटों को सही Destination तक पहुंचाता है दुनिया में Router दो प्रकार के होते हैं
- Broad Band Router - ये Router कई तरह के काम कर सकते हैं इनका इस्तेमाल कंप्यूटरों को इंटरनेट और कंप्यूटरों को आपस में जोडने के लिए किया जाता है
- Wireless Router - वायरलेस Router इंटरनेट के माध्यम से डिवाइस तक भेजता है और इसके लिए डिवाइस Wireless Access Point के तौर पर काम करता है इसलिए ये डेटा को किसी अन्य सिग्नल के बजाए रेडियो सिग्नल के माध्यम से शेयर करता है, ये ऐसा एरिया बनाता है जिसके अंदर जितने भी डिवाइस आते हैं वो सभी इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसमें सिक्योरिटी के लिए पासवर्ड और आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया जाता है Router और Modem दोनों का ही काम इंटरनेट की सेवा प्रदान करने का होता है
आशा है Router के बारे में आज जो आपको जानकारी दी गई हैं वह आपको जरूर पसंद आई होगी अगर हां तो अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं धन्यवाद
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