कंप्यूटर एल्गोरिदम क्या है What is Computer Algorithm in Hindi
सबसे पहले यह जानें कि Algorithm क्या है, Algorithm को प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में प्रोग्राम लिखने से पहले बनाया जाता है जिससे एक बेहतर प्रोग्राम बन सके, Algorithm का इस्तेमाल किसी भी समस्या को हल करने के लिए किया जाता है, ये किसी भी समस्या को स्टेप बॉय स्टेप हल करता है
कंप्यूटर एल्गोरिदम क्या है What is Computer Algorithm in Hindi
उदाहरण के लिए ले सकते हैं कि अगर किसी को फोन करना है, फोन करना भी एक प्रकार की समस्या ही है क्योंकि इसमें कुछ न कुछ काम करना होता है, फोन करने के लिए बहुत सी चीज चेक करनी होती है सबसे पहले यह देखना होता है कि फोन ऑन है या नहीं दूसरी स्टेप उस व्यक्ति का नंबर टाइप करना होता है जिससे बात करनी है तीसरी नंबर लगाने के बाद बेल जाने का इंतजार करना होता है, चौथी स्टेप अगर उस व्यक्ति ने कॉल को रिसीव कर लिया तो बात हो जाती है तो समझ सकते हैं कि एक फोन करने जैसी मामूली से काम के लिए भी एक Sequence का पालन करना होता है और साथ ही सभी स्टेप्स को फॉलो भी करना होता है
इन स्टेप्स के Sequence को बदल नहीं सकते और न ही छेडछाड कर सकते हैं यदि एक भी स्टेप को छोड देते हैं तो जिस व्यक्ति से बात करनी है उससे बात नहीं हो पाती यानी कि समस्या का समाधान नहीं मिलेगा, इसलिए किसी भी समस्या का समाधान पाने के लिए उसको अलग-अलग स्टेप के जरिए डिफाइन करना होता है इन फॉलो किए जाने के स्टेप को ही Algorithm कहा जाता है
एल्गोरिदम का इतिहास History of Algorithm
Algorithm जिस आदमी के नाम से आता है वो बहुत ही बड़ा मैथमेटिकल जीनियस था और उनका नाम मोहम्मद इबन मूसा अल-हवाजी था उनका जन्म सन् 1780 ए डी में Uzbekistan में हुआ था जहां उनका जन्म हुआ उस जगह को Khwarizm कहा जाता था
उन्होंने मैथमेटिक्स, भूगोल, Cartography इत्यादि में बहुत योगदान दिया और उन्होंने एक किताब लिखी जिसे Concerning the Hindu Art of Reckoning कहा जाता है, उन्होंने अपनी किताब में डेसीमल पॉइंट का पता लगाया था और उन्हीं नंबरों को आज पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जा रहा है
उसका नाम बदलकर Algorithm कर दिया गया था, लैटिन भाषा में Algorithm का मतलब नंबर सिस्टम से है 19 वीं सदी में यह मान लिया गया था कि Algorithm के जरिए किसी भी समस्या को स्टेप बॉय स्टेप हल कर सकते हैं, 20 वीं सदी में एक ब्रिटिश मैथमेटिशियन और कंप्यूटर साइंटिस्ट आए जिनका नाम Alan Mathison Turing था जिन्होंने बताया कि एक Theory से मशीन किसी भी Algorithm को फॉलो करके किसी भी कैलकुलेशन को हल कर सकती है
आज Algorithm एक साधारण शब्द बन चुका है हालांकि कई बार यह भी पता नहीं चलता है कि Algorithm से क्या-क्या हो रहा है, Algorithm आज हर जगह है जैसे कंप्यूटर में किसी भी लोकेशन का पता करना हो, शॉपिंग करने में इत्यादि Algorithm का इस्तेमाल हर जगह किया जा रहा है
फ्लोचॉर्ट क्या है What is Flowchart
जिस तरीके से Algorithm का उपयोग करते हैं उसी तरीके से Flowchart का उपयोग करते हैं Algorithm में हर स्टेप को लिखा जाता है Flowchart में लॉजिक को दर्शाने के लिए ग्राफिक सिंबल का उपयोग किया जाता है, इसमें कुछ खास तरह के सिबलों का उपयोग किया जाता है
- Terminal - इसका उपयोग Flowchart की शुरुआत और आखिर को दिखाने के लिए किया जाता है
- Flow Lines - ये किसी भी प्रोग्राम के Flow को दिखाता है जैसे टॉप से बॉटम या लेफ्ट से राइट को दिखाता है
- Decision Box - इसे डायमंड बॉक्स भी कहा जाता है इसका उपयोग डिसिजन के लिए किया जाता है
- Input/ Output Box - इसका उपयोग इनपुट या फिर आउटपुट के लिए किया जाता है जैसे अगर किसी यूजर से कोई इनपुट ले रहे हैं और उसको Show करना चाहते हैं तो इसके लिए इस बॉक्स का उपयोग किया जाता है
- Process Box - अगर कोई प्रोग्राम बना है और उसमें एडिसन के लिए लिखा है तो इस बॉक्स में दिए हुए डेटा की प्रोसेसिंग होती है
एल्गोरिदम लिखते कैसे हैं How to Write an Algorithm
Algorithm को लिखने का कोई भी स्टैंडर्ड तरीका नहीं है ये Depend करता है कि समस्या कैसी है और यूजर के पास रिर्सोसेज क्या है, Algorithm को लिखने के लिए एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जरूरत होती है, किसी भी Algorithm को बनाने के लिए कोई समस्या होनी जरूरी है
मान लीजिए एक उदाहरण लेते हैं दो नंबरों को जोड़ने का एक प्रोग्राम बनाना है, Algorithm किसी भी प्रोसेस को करने में स्टेप बॉय स्टेप काम करता है
- स्टेप 1 - स्टार्ट
- स्टेप 2 - कोई तीन नंबर मान लीजिए जैसे a, b, c यहां तीन नंबर इसलिए चाहिए क्योंकि दो नंबर तो जोडने है और तीसरा वह होगा जो उत्तर आएगा
- स्टेप 3 - इसमें दो नंबरों के बारे में पूरा बताना होगा कि इसमें क्या रखना है और ये काम कैसे करेगा, इसमें यूजर से इनपुट लिया जाता है और इन दो नंबरों में उनको स्टोर कर दिया जाता है
- स्टेप 4 - इसमें a और b के मान रखने हैं और जो रिजल्ट आएगा उसको स्टेप 5 में रख देना है
- स्टेप 5 - इसमें आउटपुट के लिए डाटा को स्टोर किया जाता है जो स्टेप 4 में आया है
- स्टेप 6 - इसमें जो भी आउटपुट आया है उसको डिस्प्ले कर दिया जाता है
- स्टेप 7 - इसमें Algorithmको रोक दिया जाता है
Algorithm की जटिलता दो चीजों पर निर्भर करती है
Time Factor
मान लीजिए एक नंबर का सेट है और उसे Ascending or Descending ऑर्डर में लिखना है तो हर नंबर की बाकि नंबरों से तुलना करनी होगी, मान लीजिए नंबरों की तुलना करने में 1 मिनट का समय लग रहा है और यूजर के पास 10 नंबर है तो सबकी तुलना करने में 10 मिनट लगेगी मतलब जितने ज्यादा नंबर होगे उतनी ज्यादा तुलना करनी होगी और उतना ही ज्यादा समय लगेगा
Space Factor
मान लीजिए 3 या 4 नंबर डिफाइन किए है और उसमें कोई वैल्यू स्टोर की है तो इसमें रैम में जो मेमोरी है उसमें उसी समय कितनी स्पेस बनेगी वो स्पेस फैक्टर कहलाता है
वह Algorithm जो समय कम लेता है और स्पेस भी कम लेता है उस Algorithm को सबसे अच्छा माना जाता है
Algorithm को अच्छा होने के लिए कुछ चीजें जरूरी होती है
- Finiteness - एक Algorithm जितने कम स्टेप्स में अपना काम कर देगा उसे उतना ही अच्छा माना जाता है उसमें हमेशा गिनती के स्टेप्स होते हैं
- Precisely Defined - Algorithm का हर स्टेप बिल्कुल साफ-साफ डिफाइन होता है जिसे आसानी से पढ़ा जा सकता है
- Input - एक अच्छी Algorithm हमेशा एक अच्छा इनपुट लेती है
- Output - Algorithm हमेशा अच्छे इनपुट की तरह एक अच्छा आउटपुट देता है
- Effectiveness - Algorithm हमेशा समस्याओं को हल करने वाला होना चाहिए
- Unambiguous - Algorithm का सही और स्पष्ट होना बहुत जरूरी है जिसमें स्टेप्स और लाइनों का अर्थ निकलना चाहिए
एल्गोरिदम का इस्तेमाल Use of Algorithm
अब ये तो जान चुके हैं कि Algorithm के जरिए हर परेशानी का हल आसानी से स्टेप बॉय स्टेप निकाला जा सकता है और अगर देखा जाए तो इसका उपयोग ज्यादातर कंपनी, इंडस्ट्री प्रोग्रामिंग इत्यादि में किया जाता है
- किसी भी मैथमेटिक्स कैल्कुलेशन को हल करने के लिए सही और अच्छी Algorithm का उपयोग किया जाता है जैसे कि 1 नंबर 0 से बडा है तो + और अगर 0 से छोटा है तो -
- फेसबुक, सर्च इंजन और गूगल मैप भी Algorithm के अनुसार सारा काम करते हैं
- कंप्यूटर साइंटिस्ट और सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी इसका उपयोग करते हैं क्योंकि इससे काम करने से उनके समय की बचत होती है और कम मेहनत में पूरा काम हो जाता है
- गलतियां न हो इसके लिए Flowchart बनाने से पहले एक सही Algorithm का उपयोग किया जाता है
- कई सारी फील्ड जैसे कि स्पेस रिसर्च, रोबोटिक्स, Artificial Intelligence में भी इसका उपयोग मुख्य रूप से किया जाता है
- किसी भी प्रोग्राम को लिखने से पहले कंप्यूटर में Algorithm का उपयोग किया जाता है
एल्गोरिदम के फायदे Advantages of Algorithm
- Algorithm से किसी भी समस्या को हल करने में आसानी होती है
- कोई भी Algorithm एक निश्चित प्रक्रिया का उपयोग करता है
- ये किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पर निर्भर नहीं है इसलिए प्रोग्रामिंग ज्ञान के बिना कोई भी इसे समझ सकता है
- Algorithm में प्रत्येक चैनल का एक लॉजिकल Sequence होता है इसलिए इसे डिबक करना आसान होता है
- Algorithm को Flowchart में बदल सकते हैं और इसके बाद इसे इसी को प्रोग्रामिंग लैग्वेंज में बदला जा सकता है
Algorithm वास्तव में Artificial Intelligence जैसी शक्तिशाली चीज का दिल है, Algorithm पहले से ही मशीनी तकनीक का आधार है इस प्रकार नई-नई टेक्नोलॉजी के फीचर्स के साथ Algorithm का इस्तेमाल बढाते जा रहे हैं, आज Algorithm का इस्तेमाल वर्चुअल असिस्टेंट जैसी टेक्नोलॉजी में इस्तेमाल किया जा रहा है
आशा है Algorithm के बारे में जो जानकारी दी गई हैं वह आपको जरूर पसंद आई होगी अगर हां तो अपनी राय हमें जरूर बताएं धन्यवाद
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