कंप्यूटर के कितने प्रकार के होते हैं How Many Types of Computer in Hindi
अभी के समय में शायद ही ऐसा कोई इंसान हो जिसने कंप्यूटर का नाम न सुना हो या फिर इस्तेमाल न करता हो पर क्या वाकेई सभी जानते हैं कि कंप्यूटर आकार के आधार पर कितने प्रकार के होते हैं आइए जानते हैं
कंप्यूटर के कितने प्रकार के होते हैं How Many Types of Computer in Hindi
माइक्रो कंप्यूटर Micro Computer
कुछ कंप्यूटरों को Micro Computer कहा जाता है क्योंकि इनमें Microprocessor का उपयोग किया जाता है और अगर इन कंप्यूटरों के आकार की बात करें तो ये साइज में बहुत छोटे होते हैं, इनको सबसे पहली बार सन् 1970 में बनाया गया था जब CPU ( Central Processing Unit ) का उपयोग किया जाने लगा था
Micro Computer आकार में इतने छोटे होते हैं कि इनको एक स्टडी टेबल या किसी भी बैग में आसानी से रखा जा सकता है, अगर इन कंप्यूटरों की कीमत को देखें तो बाकी कंप्यूटरों से इनकी कीमत बहुत कम होती है, इन कंप्यूटरों को व्यक्तिगत उपयोग के लिए घर या बाहर कहीं भी लगाया जा सकता है, Micro Computer को पर्सनल कंप्यूटर या पीसी भी कहा जाता है
अभी के समय में Micro Computer का विकास बहुत तेजी से हो रहा है जिसके परिणामस्वरूप ये Computer अब किसी किताब के आकार, फोन के आकार, या घड़ी के आकार में भी आने लगे हैं, इन कंप्यूटरों का उपयोग घरों में, व्यापार में, ऑफिस इत्यादि बहुत सी जगह किया जा रहा है
मिनी कंप्यूटर Mini Computer
सबसे पहले Mini Computer का नाम PDP-8 था जो एक रेफिरेटर के आकार का था जिसकी कीमत लगभग 18000 डॉलर थी जिसे डिजिटल इक्विपमेंट ने सन् 1965 में बनाया था, Mini Computer मध्यम आकार के कंप्यूटर होते हैं और ये कंप्यूटर Micro Computer की तुलना में अधिक कार्यक्षमता रखते हैं
Mini Computer की कीमत Micro Computer की कीमत से काफी ज्यादा होती है, इन कंप्यूटरों को व्यक्तिगत रूप से नहीं खरीदा जा सकता है क्योंकि इन कंप्यूटरों को छोटी और मध्यम आकार की कंपनियां ही उपयोग में लाती है, Mini Computer पर एक साथ एक से अधिक व्यक्ति काम कर सकते हैं क्योंकि इनमें एक से ज्यादा सीपीयू होते हैं
अगर Mini Computer की स्पीड को देखें तो इनकी स्पीड Micro Computer से ज्यादा पर Mainframe Computers से कम होती है, Mini Computer का उपयोग यातायात, बैंकिंग, इत्यादि में किया जाता है
मेनफ्रेम कंप्यूटर Mainframe Computer
Mainframe Computer आकार में काफी बड़े होते हैं और इनकी स्टोरेज क्षमता भी बहुत ज्यादा होती है, ये किसी भी डाटा को बहुत तेजी से प्रोसेस करते हैं इसलिए इनका उपयोग बैंक, बडी कंपनी, सरकारी विभागों इत्यादि में एक केंद्रीय कंप्यूटर की तरह किया जाता है
Mainframe Computer लगातार 24 घंटों तक कार्य कर सकते हैं, Mainframe Computer पर सैकड़ों यूजर एक साथ काम कर सकते हैं, इन कंप्यूटरों को Micro Computer के साथ जोड़ा जा सकता है, Mainframe Computer के उदाहरण आईबीएम 4381, आईसीएस 39 सीरीज इत्यादि है
सुपर कंप्यूटर Super Computer
Super Computer अन्य सभी कंप्यूटरों से साइज में बड़े होते हैं, इनकी स्टोरेज क्षमता और स्पीड भी सबसे ज्यादा होती है, इन कंप्यूटरों में अनेक सीपीयू समांतर क्रम में काम करते हैं जिसको पैरलल प्रोसेसिंग भी कहा जाता है
Super Computer नॉन बॉर्न न्यू मैन के कॉन्सेप्ट पर काम करते हैं, इन कंप्यूटरों में बहुत सारे Arithmetic Logical Unit होते हैं, Arithmetic Logical Unit सीपीयू का ही एक भाग होता है जिसका काम कैलकुलेशन करने का होता है, Super Computer में हर Arithmetic Logical Unit का एक निश्चित कार्य होता है, Super Computer का उपयोग बडे वैज्ञानिक और शोधकर्ताओं के लिए किया जाता है
अभी के समय में जितने भी अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जाते हैं वो Super Computer की मदद से जाते हैं, अभी के समय में मौसम बदलने से पहले मौसम की जानकारी मिल जाती है वो भी Super Computer की मदद से ही संभव है, दुनिया के सबसे पहले सुपर कंप्यूटर का नाम CRAY K - 1S है जिसे Cray Research Company ने सन् 1979 में बनाया था
अब भारत के पास भी परम नाम का सुपर कंप्यूटर है जिसे भारत के वैज्ञानिकों ने भारत में ही तैयार किया है, परम नाम का विकसित रूप परम-10000 है, सुपर कंप्यूटरों के उदाहरण Cray-2, NEC-500 इत्यादि है
आशा है कंप्यूटरों के बारे में जो जानकारी दी गई हैं वह आपको जरूर पसंद आई होगी अगर हां तो अपनी राय जरूर दें धन्यवाद
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