नेटवर्क क्‍या है What is Network in Hindi

जब दो या दो से अधिक कम्प्यूटरों को आपस में कनेक्ट करके उनके बीच में फाइल शेयरिंग, डाटा शेयरिंग इत्‍यादि काम कराये जाते हैं तो इसे कंप्यूटर नेटवर्क कहा जाता है, फाइल शेयरिंग का मतलब जब दो कंप्यूटरों को आपस में कनेक्ट करके उनके बीच फाइल या डाटा को ट्रांसमिशन किया जाता है इसे फाइल शेयरिंग या डाटा शेयरिंग कहा जाता है

नेटवर्क क्‍या है What is Network in Hindi 

जब दो कंप्यूटरों को आपस में कनेक्ट करके उनके बीच में रिमोट कनेक्शन कराया जाता है या चैटिंग, मैसेज कराया जाता है तो उसे कम्युनिकेशन शेयरिंग कहा जाता है
Network क्‍या है

नेटवर्क के प्रकार Types of Network

Body Area Network 

हमारी दुनिया वायरलेस कम्युनिकेशन पर काम करती है यूजर किसी भी इंफॉर्मेशन को कहीं से भी और कभी भी शेयर कर सकता है इसके लिए वायरलेस लोकल एरिया नेटवर्क या वाईफाई का इस्तेमाल किया जाता है, इसका इस्तेमाल कई प्रकार के फील्ड में किया जाता है जैसे हेल्थ केयर में, इंडस्‍ट्रीज इत्‍यादि

जैसे-जैसे टेक्‍नोलॉजी आगे बढ़ रही है इसकी डिमांड भी बढ़ती जा रही है और इसका उदाहरण वायरलेस बॉडी एरिया नेटवर्क है, सन् 2001 में Van Dam के द्वारा इसे लाया गया था, ये एक ऐसा नेटवर्क है जिसमें सेंसर लगे होते हैं और ये सेंसर किसी भी मनुष्य के अंग से जुड़े होते हैं जिनका इस्तेमाल बाॅयो सिग्नलों को Measure करने के लिए किया जाता है, इसका इस्तेमाल हेल्थकेयर सेक्टर में किया जाता है

इसमें दो प्रकार का कम्युनिकेशन होता है

  1. In Body Communication - ये ऐसा कम्युनिकेशन होता है जो सेंसर नोड के बीच में होता है जो किसी भी मनुष्य के अंग में होते हैं इसमें मेडिकल इम्प्लांट कम्युनिकेशन का इस्तेमाल किया जाता है
  2. On Body Communication - इस नेटवर्क में इंडस्ट्रियल साइंटिफिक और मेडिकल बैंड का इस्तेमाल होता है और ये बहुत कम पावर को कंज्यूम करता है
वायरलेस बॉडी एरिया नेटवर्क के आर्किटेक्चर को चार सेक्शन में विभाजित किया गया है
  1. ये बहुत से सेसर से मिलकर बना होता है जो लगातार हार्ट बीट, ईसीजी, ब्लड प्रेशर को मापने के काम में आता है तो कह सकते है कि वायरलेस बॉडी एरिया नेटवर्क का इस्तेमाल ज्यादातर हेल्थकेयर सेक्टर में किया जाता है
  2. Central Control Unit - सभी सेंसर नोड सेन्‍ट्रल कंट्रोल यूनिट को आउटपुट देते हैं , ये सेन्‍ट्रल यूनिट दूसरे सेंटर में सिग्नल को भेजती है जिससे मनुष्य के शरीर को मॉनिटर किया जाता है
  3. WBAN Communication - सेंट्रल यूनिट से इन्फोर्मेशन को रिसीव करके डेस्टिनेशन तक इन्फोर्मेशन को पहुंचाया जाता है और ये काम वायरलेस बॉडी एरिया नेटवर्क करता है
  4. Control Centre - ये यूजर के डाटा को स्टोर करता है जो आगे के समय में मॉनिटरिंग के इस्तेमाल में आ सकती है, कंट्रोल सेक्शन ऐड नोड डिवाइस होता है जैसे मोबाइल फोन, कंप्यूटर सिस्टम या सर्वर जहां मोबाइल फोन का इस्तेमाल मैसेज के लिए किया जाता है कंप्यूटर सिस्टम का इस्तेमाल मॉनिटरिंग के लिए किया जाता है और सर्वर का इस्तेमाल डेटाबेस में डाटा को स्‍टोर करने के लिए किया जाता है

Personal Area Network 

वैसे तो कई प्रकार के कंप्‍यूटर नेटवर्क होते हैं इनको इनके साइज, Geographical Area, इत्यादि के हिसाब से विभाजित किया गया है, एक कंप्यूटर को छोटे से कमरे से शुरू करके पूरी दुनिया के कंप्यूटरों को जोड़ा जा सकता है

इस नेटवर्क को पेन भी बोला जाता है, ये बहुत छोटा नेटवर्क होता है जिसकी रेंज किसी भी घर में, या किसी ऑफिस में होती है, इसमें एक या उससे अधिक कंप्यूटर होते हैं इसके साथ और भी डिवाइस को जोड़ा जा सकता है जैसे फोन, वीडियो गेम इत्‍यादि वो सभी उस नेटवर्क से चलते हैं

Home Area Network 

इसे HAN भी कहा जाता है, ये एक ऐसा नेटवर्क है जो एक छोटे से एरिया में तैनात और वहीं से संचालित होता है, इसको घर में या ऑफिस में भी लगाया जा सकता है, इस नेटवर्क में कनेक्शन पर कंप्यूटर, मोबाइल, इत्यादि के बीच किसी भी इन्फोर्मेशन को शेयर करा सकते हैं

यह किसी भी उपयोगकर्ता के घर के अंदर या ऑफिस के अंदर होता है जो डिजिटल उपकरणों को जोड़ने के काम में आता है, यह एक ऐसा तरीका है जो हर किसी की पहुंच के अंदर आ जाता है, इसमें जितने भी संसाधनों को इस्तेमाल किया जाता है उन्हें आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है अगर इस नेटवर्क की सिक्योरिटी को देखें तो ये बिल्कुल सिक्योर है क्योंकि नेटवर्क जितने छोटे एरिया में होता है उतना ही ज्यादा सिक्योर होता है

Local Area Network 

 इसे LAN भी कहा जाता है ये नेटवर्क किसी एक खास एरिया के लिए होता है इसको किसी भी ऑफिस में, स्‍कूल में, संस्था इत्यादि में लगाया जाता है, ये नेटवर्क ऐसा नेटवर्क है जो आमतौर पर बहुत ज्‍यादा इस्‍तेमाल होता है, ये नेटवर्क ज्यादा बड़े एरिया को कवर नहीं करता, LAN का इस्तेमाल आमतौर पर किसी एक बिल्डिंग में सभी कंप्यूटर, फोन इत्‍यादि डिवाइस को कनेक्ट करने के लिए लगाया जाता है

इसके माध्यम से बहुत से कंप्‍यूटरों को कनेक्ट किया जा सकता है, अगर इसमें ज्‍यादा सिस्‍टमों को कनेक्‍ट कर दिया जाए तो स्पीड पर बहुत ज्यादा फर्क पडता है, सभी सिस्‍टमों में स्‍पीड कम हो जाती है, इसमें अगर किसी एक सिस्‍टम पर कोई एक सॉफ्टवेयर है तो उसका इस्तेमाल बाकि सभी कंप्यूटर भी कर सकते हैं क्योंकि वो सभी सिस्टम LAN के माध्‍यम से कनेक्ट होते हैं, इसमें डाटा पूरी तरह से सिक्योर होता है इसमें डाटा को कॉपी नहीं किया जा सकता है
Network के प्रकार

Metropolitan Area Network 

इसे MAN भी कहा जाता है, मान लीजिए कि अगर किसी संस्था के एक ही शहर में कई जगह पर ऑफिस है तो उस ऑफिस के कंप्‍यूटरों को अगर कनेक्ट करना है तो MAN के जरिए आसानी से कर सकते हैं, इसमें कंप्यूटरों के बीच में नेटवर्क को क्रिएट किया जाता है जो ज्यादा बड़े Geographic एरिया को कवर करता है, इसमें बहुत सी LAN को आपस में कनेक्ट कराया जाता है

MAN LAN से ज्यादा बड़ा नेटवर्क है ये पूरे शहर को कवर कर सकता है, इसका इस्तेमाल बडी-बडी कंपनियों, स्कूल इत्यादि में किया जाता है, ये एक हाई स्पीड नेटवर्क है जिससे डाटा को आसानी से शेयर किया जा सकता है इसके उदाहरण है टेलीफोन कंपनी नेटवर्क, केबल टीवी नेटवर्क इत्‍यादि

MAN नेटवर्क की कार्य क्षमता बहुत ज्यादा होती है और इसमें LAN से ज्यादा स्पीड मिलती है जिससे आसानी से किसी भी डाटा को शेयर किया जा सकता है, इस नेटवर्क में फाइबर ऑप्टिकल केबल का इस्तेमाल होता है, इसकी मदद से लोकल एरिया में ई-मेल को भेज सकते हैं,अगर स्‍पीड की बात करें तो MAN में 1000 Mb/s तक की स्पीड आ सकती है

Wide Area Network 

इसे WAN भी कहा जाता है अगर फेसबुक, गूगल या कोई और सर्वर एक्सेस करना है तो गूगल.कॉम लिखा जाता है ये सभी वाइड एरिया नेटवर्क में आते हैं, ये नेटवर्क कहीं पर भी हो सकता है, इसकी Subscription ओनर के पास होता है जो सर्विस को प्रोवाइड कराता है

इसका नेटवर्क एक देश से दूसरे देश तक फैला होता है इसकी रेंज सभी नेटवर्क से ज्‍यादा होती है और इनकी स्पीड भी दूसरे नेटवर्क से ज्यादा होती है जिसकी वजह से इस नेटवर्क पर सभी काम बहुत जल्दी हो जाते हैं, इसका सबसे बड़ा उदाहरण इंटरनेट है फेसबुक चलाते हैं समय पूरी दुनिया के किसी भी कोने के व्यक्ति के साथ आसानी से जुडा जा सकता है, इसमें इंटरनेट के माध्‍यम से जुडा जाता है

Virtual Private Network 

जब इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो किसी न किसी कंपनी का करते है या किसी न किसी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से कनेक्शन लेते है वो कोई भी हो सकते हैं जैसे जियो, एयरटेल इत्‍यादि, मान लीजिए अगर गूगल.कॉम पर विजिट करना है तो फोन पर या सिस्टम पर गूगल.कॉम टाइप करना होगा, ये रिक्वेस्ट सबसे पहले आईएसपी के पास जाती है और आईएसपी गूगल.कॉम के सर्वर तक पहुंचाता है

ये आईएसपी बीच में ब्‍लाॅकिंग लगा सकते हैं, यही चीजें राउटर के जरिए होती है जो घर में आफिस में या कॉलेज में होते हैं, कॉलेज वाले अलग-अलग टोरेंट साइटों को ब्लॉक कर देते हैं अगर कॉलेज में इंटरनेट चला रहे हैं तो डाटा कॉलेज के बाहर जा नहीं पाता है, इसी तरह से सरकार ने भी बहुत सी टोरेंट साइट और बहुत सी कॉपीराइट साइटों को ब्लॉक कर रखा है अब यहा उन साइटों को एक्‍सेस करने में वीपीएन मदद कर सकता है

वीपीएम एक सर्वर होता है जिसके अंदर कुछ खास चीजे लगायी जाती है उससे यह होता है कि जब गूगल.कॉम को कनेक्ट करते हैं तो रिक्वेस्ट आईएसपी के पास जाती है, वीपीएम के माध्‍यम से गूगल.कॉम का डाटा Encrypt हो जाता है जैसे ही सिस्टम आईएसपी के पास रिक्वेस्ट भेजेगा उसको लगता है कि गूगल.कॉम के पास नहीं जाना है वीपीएस के सर्वर तक जाना है वो वह कहीं दूसरे देश में हो सकता है तो वो राउटर के जरिए वहां तक पहुंचा देता है, अब वहां जो दूसरा सर्वर होता है वो पैकेट को ओपन करता है और उसको पता चल जाता है कि गूगल.कॉम पर जाना है तो फिर उस सर्वर से गूगल.कॉम तक का कनेक्‍शन बनता है

इससे सरकार को या किसी को भी यह पता नहीं चलता है कि यूजर ने कौन सी वेबसाइट पर कनेक्‍शन किया है क्योंकि जो कनेक्‍शन किया जाता है वो पहले दूसरे सर्वर तक जाता है जो दूसरे किसी देश में होता है तो इस तरीके से वीपीएन के माध्‍यम से किसी भी ब्लॉक साइटों पर जाया जा सकता है

Campus Area Network 

इसे CAN भी कहा जाता है, जब किसी कैंपस में किसी नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं चाहे वो लेन, वेन, या कोई माध्‍यम हो उसे कैंपस एरिया नेटवर्क कहा जाता है इसका सबसे अच्छा उदाहरण ऑफिस है मान लीजिए किसी एक बिल्डिंग में एक ऑफिस है वहां ब्रॉडबैंड एक ही जगह लगा होता है वो उस कैंपस के पूरे एरिया को कवर करके रखता है, जिससे उस कैंपस में जितने लोग भी उस नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं वो आसानी से कर पाते हैं

Global Area Network 

इसे GAN भी कहा जाता है, ये ऐसा नेटवर्क है जो बहुत से इंटरकनेक्टेड नेटवर्क से मिलकर बना होता है, इस नेटवर्क का कोई एक एरिया नहीं होता है ये नेटवर्क कहीं भी हो सकता है, इसकी मदद से  किसी भी डाटा को एक देश से दूसरे देश तक आसानी से भेज सकते हैं, इस नेटवर्क की स्पीड दूसरे नेटवर्क से बहुत ज्यादा होती है

आशा है Network के बारे में आज जो जानकारी आज दी गई हैं वह आपको जरूर पसंद आई होगी अगर हां तो अपनी राय हमें जरूर बताएं धन्‍यवाद 

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