उबंटू क्या है What is Ubuntu in Hindi
Ubuntu बहुत ही पावरफुल ऑपरेटिंग सिस्टम है जो Linux डिस्ट्रीब्यूशन पर आधारित है, ये एक ओपन सोर्स है , Ubuntu तीन एडिशन में आया था ये तीनों डेस्कटॉप, सर्वर और कोर है, कोर कमांड लाइन के लिए होता है, डेस्कटॉप जीवाई पर आधारित होता है
इन तीनों को एक ही सिस्टम पर इस्तेमाल कर सकते हैं, ये क्लाउड ऑपरेटिंग सिस्टम और ओपन स्टेक के लिए बहुत ही पॉपुलर ऑपरेटिंग सिस्टम है इस सॉफ्टवेयर का कोई भी चार्ज नहीं देना होता है ये बिलकुल फ्री होता है
उबंटू क्या है What is Ubuntu in Hindi
उबंटू को विडोज 7 में कैसे इंस्ट्राल करें How Ubuntu Install on Window 7
लैपटॉप या डेस्कटॉप के अंदर Windows का इस्तेमाल करते हैं और उसमें Ubuntu को इन्स्ट्रांल करना चाहते हैं यानी कि सिस्टम को ड्यूल मोड बनाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले कमांड प्रॉमट को ओपन करना होगा, और अगर सिस्टम में बदलाव करने के लिए पूछा जाएं तो यश करना होगा
इसके बाद Diskpart कमांड टाइप करनी होगी और list disk टाइप करनी होगी फिर वहां हार्डडिस्क का पार्टिशन दिखाई देगा इसमें आखिर में जीपीटी का ऑप्शन होगा, अगर वहा स्टार का मार्क है तो हार्डडिस्क का टाइप जीपीटी में है यानी कि Ubuntu ईएफआई के अंदर इन्स्ट्राल होगी और अगर जीपीटी के नीचे स्टार मार्क नहीं आ रहा है तो हार्ड डिस्क का पार्टिशन टाइप एमबीआर में है
इसका दूसरा तरीका डिस्क मैनेजमेंट का है उसके लिए राइट क्लिक करके मैनेज में जाना होगा वहां डिस्क मैनेजमेंट का ऑप्शन नजर आएगा इसको ओपन करना होगा वहां हार्डडिस्क का आइकन नजर आएगा उसपर राइट क्लिक करके प्रॉपर्टीज में जाना है इसके बाद वोयलूल्म नजर आएगा वहां क्लिक करना है वहां पार्टिशन का स्टाइल नज़र आएगा अगर वहां जीयूआईडी लिखा नजर आ रहा है तो इसका मतलब हार्ड डिस्क का पार्टिशन इस वक्त जीपीटी में है और अगर मास्टर बूट रिकॉर्ड दिखा रहा है तो एमबीआर में है
Ubuntu को डाउनलोड करने के लिए Ubuntu की ऑफिशयल वेबसाइट Ubuntu.com है इसके अलावा Ubuntu को पोर्टेबल बनाना है तो यूनिवर्सल यूएसबी की जरूरत होगी, Ubuntu डेस्कटॉप के दो वर्जन दिखाई देंगे एक होगा 18.04 LTS ये ऐसा वर्जन है जो ज्यादा समय तक साथ रहता है इस वर्जन को डाउनलोड करें, यूनिवर्सल यूएसबी को भी इसी प्रकार इन्स्ट्राल कर सकते हैं
सॉफ्टवेयर को पेनड्राइव में कैसे लें How to Take Software to Pendrive
जब दोनों डाउनलोड हो जाए तो पेनड्राइव को Ubuntu के लिए पोर्टेबल बनाना होगा, इसके लिए 8 जीबी या उससे ज्यादा कि पेनड्राइव को सिस्टम में Insert करना होगा और यूनिवर्सल यूएसबी को इन्स्ट्राल करना होगा इसे करने के लिए राइट क्लिक करना होगा और Run as Administration पर क्लिक करना होगा और इसे रन करना होगा, और I Agree पर क्लिक करना है, फिर जो ऑपरेटिंग सिस्टम इन्स्ट्राल करना है वो सिलेक्ट करना होगा, वहां पर Ubuntu पर क्लिक करना है, इसके बाद स्टेप 2 में आईएसओ फाइल को सिलेक्ट करना है जो Ubuntu की डाउनलोड की है और तीसरे स्टेप में पेनड्राइव को सिलेक्ट करे कभी-कभी वहां कुछ नहीं दिखाता है तो Show all Drive पर क्लिक करना होगा जिससे ड्राइव वहां दिखाई दे और फिर उसे आसानी से सिलेक्ट कर सकते हैं
इसके बाद क्रिएट पर क्लिक करना होगा, वहां एक वार्निंग आएगी उसे Ignore कर यश पर क्लिक करना होगा, अब कुछ ही सेकंड में पोर्टेबल पेनड्राइव तैयार हो जाएगी, किसी भी ड्राइव में Ubuntu का पार्टीशन कर सकते हैं जिसमें भी पार्टीशन करना चाहते है वो ड्राइव बिल्कुल खाली होनी चाहिए
अगर Drive D में की है तो सिस्टम को रीस्टार्ट करना होगा और टेंपरेरी बूट मेन्यू को खोलना होगा, अब पेनड्राइव पर क्लिक करके Enter करना होगा, इसके बाद पेनड्राइव से Ubuntu बूट हो जाएगी और वहां ट्राई Ubuntu के नाम से एक ऑप्शन दिखाई देगा उस पर क्लिक करना होगा और उबन्तू को स्टार्ट करना होगा, इस तरह से Ubuntu का डेस्कटॉप वर्जन तैयार हो जाएगा, अगर बीच में परमिशन मांगी जाती है तो हमेशा यश करना है
लाइव मोड में Ubuntu को इसलिए स्टार्ट किया जाता है ताकि यह चेक किया जा सके कि इसके इन्स्ट्रोलेशन के बाद में सिस्टम में सभी हार्डवेयर ठीक पहले की तरह काम कर रहे हैं या नहीं, उसके बाद इन्स्ट्राल Ubuntu पर क्लिक करना होगा, वहां वेलकम स्क्रीन दिखाई देगी इसके बाद Continue पर क्लिक करना है, वहां कीबर्ड लेआउट दिखाई देंगे वहां English U.S रहने देना है, इसके बाद आगे जाना है और आगे अपडेट और अंदर सॉफ्टवेयर का ऑप्शन दिखाई देगा वहां थर्ड पार्टी वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होगा और आगे जाना होगा फिर इंस्टॉलेशन टाइप का ऑप्शन दिखाई देगा वहां Something Else का ऑप्शन दिखाई देगा इसके बाद आगे क्लिक करना होगा तो इस तरह से Ubuntu इन्स्ट्राल हो जाएगा
अब जब भी सिस्टम ओपन किया जाएंगा तो हमेशा पूछा जाएगा कि Ubuntu स्टार्ट करना है या windows स्टार्ट करनी है, इसमें खास बात यह है कि Ubuntu के अंदर Windows के पार्टिशन दिखाई देते हैं लेकिन Windows के अंदर Ubuntu का पार्टिशन दिखाई नहीं देता है
उबंटू में गेम कैसे खेलें How to Play Game in Ubuntu
Ubuntu में गेम आसानी से खेल सकते हैं इसके लिए स्टीम इन्स्ट्रॉलर को इन्स्ट्रांल करना होगा, स्टीम को इन्स्ट्रांल करने के लिए पहले सॉफ्टवेयर और अपडेट ऐप को ओपन करना होगा, फिर Ubuntu सॉफ्टवेयर ऐप में Restricted by Copyright को चेक करें और पैकेज इंडेक्स को अपडेट करें, इसके बाद ऐप स्टोर पर जाकर स्टीम को इन्स्ट्रांल करें
स्टीम को इन्स्ट्रांल करने के बाद उसमें लॉग इन करें, अगर अकाउंट नहीं है तो आप अपना नया अकाउंट बनाना होगा, अब स्टीम में यह चेक करना होगा कि कौन-कौन से गेम Window सपोर्ट कर रही है, तो इससे आसानी से अपने मनपसंद गेम को इन्स्ट्राल करके आसानी से खेल सकते हैं
उबंटू का इतिहास History of Ubuntu
Ubuntu लिनक्स डिस्ट्रीब्यूशन पर आधारित है, लिनक्स को बहुत समय पहले डेबियन कहा जाता था क्योंकि इसे दो व्यक्तियों के द्वारा स्टार्ट किया गया था जिनके नाम डेब्रा और इयान थे, डेबियन पहले के समय में बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता था पर समय के साथ-साथ इसका इस्तेमाल कम होता जा रहा है इसका सबसे बड़ा कारण इसका इन्स्ट्रालेशन और अपडेट है
मोगुल साउथ अफ्रीका की इंटरनेट की कंपनी थी जिसने डेबियन के डिस्ट्रीब्यूशन को खरीदा और उस पर काम करके उसको मनुष्यों के लिए और ज्यादा उपयोग बनाया उसने इसका नाम Ubuntu रखा, इसके बाद उसने एक कंपनी बनायी जिसका नाम Canonical Ltd था जिसके द्वारा उसने Ubuntu को प्रमोट किया
उस समय के बाद से Ubuntu पर लगातार काम होता गया और अभी के समय में Ubuntu को बहुत ज्यादा ताकतवर बना दिया गया है, अभी के समय में बहुत से यूजर Ubuntu का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे वो अपने कामों को आसानी से कर सकें
उबंटू के फायदे Advantages of Ubuntu
- ये एक मशीन ऑपरेटिंग सिस्टम है जो सर्वर, डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट इत्यादि सभी के लिए है
- इसको बिना इन्स्ट्रांल किए इस्तेमाल कर सकते हैं और देख सकते हैं कि इसमें क्या-क्या फीचर्स है और ये किस तरीके से काम करता है
- इसे इन्स्ट्राल करके आसानी से पेनड्राइव से रन कर सकते हैं
- जिस प्रकार से Windows में किसी सॉफ्टवेयर को इन्स्ट्राल किया जाता है उसी प्रकार इसको इन्स्ट्राल कर सकते हैं और इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
- इसका ड्राइव डाटा बेस बहुत बडा होता है, ये सभी प्रकार के हार्डवेयर को सपोर्ट करता है इसमें सभी ड्राइव होते हैं, हर प्रकार की ड्राइव को यह नेट से अपने आप इन्स्ट्राल कर लेता है
- Ubuntu का इस्तेमाल बिलकुल फ्री है इसे आसानी से इन्स्ट्राल कर सकते हैं
उबंटू के नुकसान Disadvantages of Ubuntu
- ये लैपटॉप, टैबलेट, फोन इत्यादि की बैटरी को बहुत तेजी से खत्म करता है
- Ubuntu में Windows के सभी ऐप को नहीं चलाया जा सकता है
आशा हैं Ubuntu के बारे में जो जानकारी आज दी गई हैं वह आपको जरूर पसंद आई होगी अगर हां तो अपनी राय कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं धन्यवाद
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