डीवीडी क्‍या है What is DVD in Hindi

DVD को डिजिटल वीडियो डिस्क या फिर डिजिटल वर्साटाइल डिस्क भी कहा जाता है, ये एक डिजिटल ऑप्टिकल डिस्‍क होती है इसका काम डाटा को या अच्‍छी क्‍वालिटी के वीडियो को स्‍टोर करने का होता है, इसका आविष्कार सन् 1995 में हुआ था और इसका निर्माण सन् 1995 में हुआ था, इस डिस्क को मार्केट में सन् 1996 में उतारा गया था, अगर इसके साइज की बात करें तो ये CD (कंपैक्ट डिस्क) के बराबर ही होती है पर इसकी क्षमता सीडी से ज्यादा होती है तो इसमें सीडी से ज्यादा डाटा को स्टोर कर सकते हैं
DVD क्‍या है

डीवीडी क्‍या है What is DVD in Hindi 

डिजिटल वीडियो डिस्क को सन् 1995 में फिलिप्स और सोनी द्वारा बनाया गया था, ये ऑप्टिकल डिस्‍क गोल होती है,ये पतले प्‍लेटेड ग्लास और प्लास्टिक पॉली कार्बोनेट मटेरियल से बनी होती है, एक DVD के अंदर 4 जीबी से 8 जीबी तक डाटा को स्टोर कर सकती है

DVD का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए किया जाता है क्योंकि यह बात तो सभी जानते हैं कि कुछ प्रोग्राम का साइज इतना ज्यादा बड़ा होता है कि उनको सीडी के माध्यम से नहीं भेज सकते उनको किसी भी DVD में लगाकर आसानी से चला सकते हैं

डीवीडी काम कैसे करती है How DVD Works

DVD किसी भी CD (कॉपेक्‍ट डिस्‍क) से ज्यादा डाटा को स्टोर कर सकती है क्योंकि DVD में बहुत छोटे-छोटे होल होते हैं जो पास-पास लगे होते हैं, ये इस तरीके से लगाए जाते हैं जिससे जब इनपर लेजर लाइट पडे तो ये गड्ढे डिस्क की सतह पर जलने लगते हैं जिसकी वजह से DVD  की कोडिंग जो 0 और 1 की फार्म में होती है उसे प्लेयर ट्रांसलेट करके आसानी से इमेज, ऑडियो, वीडियो में बदल देता है

अब मान लीजिए अगर कोई प्रोजेक्ट है जिसकी स्टोरेज लगभग 80 MB की है जिसको पूरे शहर को दिखाना है तो उसे दिखाने के लिए किसी न किसी माध्यम की आवश्यकता होगी तो उस डाटा को बहुत सारी DVD में डालना होगा जिससे वो आसानी से लोगों के बीच तक पहुंच सकें

डीवीडी राइटर कैसे काम करता है How DVD Writer Works

DVD में लिखने के लिए लाल रंग की लेजर का इस्तेमाल किया जाता है, जब भी कोई डाटा DVD में लिखा जाता  है तो उसका साइज कभी भी Laser Beam के साइज से छोटा नहीं होना चाहिए, अगर नीले रंग की लेजर बीम का इस्तेमाल किया जाता है तो उसकी मदद से छोटी सी जगह में ज्यादा डाटा को स्टोर कर सकते हैं

DVD राइटर एक ऐसी रीराइटेबल ड्राइव होती है जो किसी भी डाटा को पढ़ सकती है, देख सकती है या फिर किसी भी डाटा को लिख सकती है, DVD राइटर की मदद से DVD में कोई भी चीज रिकॉर्ड कर सकते हैं जैसे डाटा,ऑडियो या वीडियो इत्‍यादि

डीवीडी में डेटा कैसे डालें How to Add Data in DVD 

अगर DVD में फाइल्‍स डालनी है तो नीरो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना होगा जिससे आसानी से किसी भी डाटा को सिस्टम से DVD में भेज सकते हैं

इसके लिए सबसे पहले खाली DVD को सिस्टम में लगाना होगा उसके बाद MY COMPUTER में जाकर उसे देख सकते हैं फिर सिस्टम में नीरो सॉफ्टवेयर को खोलना होगा इसको खोलने के बाद एक ऑप्शन दिखाई देगा जिसका नाम होगा MAKE DATA DVD उस पर क्लिक करते ही एक और ऑप्शन दिखाई देगा जिसका नाम ADD होगा उस पर क्लिक करना होगा जिसके बाद जो ADD करना है वो आसानी से ADD हो जाएगा, इस पूरी प्रोसेस के बाद करेंट रिकॉर्डर ऑप्‍शन पर DVD लाना होगा और डिस्‍क का नाम डालना होगा और बर्न पर क्लिक करना होगा जिसके बाद डाटा ट्रांसफर चालू हो जाएगा, इस तरीके से आसानी से  किसी भी डाटा को डीवीडी में ट्रांसफर कर सकते हैं

नीरो सॉफ्टवेयर को नीरो बर्निंग रोम भी कहा जाता है इसका इस्तेमाल किसी भी ऑप्टिकल डिस्‍क जैसे सीडी, डीवीडी इत्यादि में डाटा को भेजने के लिए किया जाता है, वैसे तो ये सॉफ्टवेयर Paid होता है पर इसका इस्तेमाल ट्रायल के लिए बिल्कुल मुफ्त होता है

डीवीडी-आर/डीवीडी+आर क्‍या है What is DVD-R/DVD+R

DVD -R बिल्कुल एक साधारण DVD के समान लगती है, इसमें किसी भी डाटा को स्टोर कर सकते हैं पर जब एक बार DVD वर्न हो जाती है तो उसमें किसी भी डाटा को लिखा नहीं जा सकता है, ये सिंगल साइड, सिंगल लेयर DVD होती है जिसकी स्टोरेज क्षमता लगभग 4.7 जीबी होती है और इसमें दो लेयर होती है उनमें आसानी से 8.5 जीबी डाटा को स्टोर किया जा सकता है

इस DVD को आसानी से किसी भी DVD प्‍लेयर या फिर किसी भी DVD रोम ड्राइव में चलाया जा सकता है, इसमें सिस्टम के किसी भी डाटा को आसानी से स्टोर कर सकते हैं

डीवीडी-आरडबलू/डीवीडी+आरडबलू क्‍या है What is DVD+RW/DVD-RW

इस तरह की DVD रीराइटेबल होती है जिनका इस्तेमाल मूवीज और डाटा को बार-बार स्‍टोर करने के लिए किया जाता है, इस तरह की DVD को आसानी से किसी भी DVD प्‍लेयर पर या फिर किसी भी सिस्टम पर चलाया जा सकता है जो DVD सिंगल साइड होती है उनकी स्‍टोरेज लगभग 4.7 जीबी होती है पर जो DVD दो साइड की होती है उनकी स्‍टोरेज क्षमता 9.4 जीबी होती है, इन ड्राइव को इस्तेमाल करने से पहले 1000 बार तक इनमें किसी भी डाटा को लिख सकते हैं

ये ड्राइव CLV(Constant Linear Velocity) और CAV (Constant Angular Velocity) दोनों तरह के रिकॉडिंग फॉर्मेट को सपोर्ट करती है

CLV और CAV ऐसे क्वालीफायर होते हैं जिनका इस्तेमाल ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव की स्पीड को बढ़ाने के लिए किया जाता है और इनकी मदद से रिकॉर्ड होने वाली डिस्‍क में लिखने की स्पीड को भी बढ़ा दिया जाता है
डीवीडी-रैम क्‍या है

डीवीडी-रोम क्‍या है What is DVD-ROM(Read Only Memory)

किसी भी रीड ओनली डिस्क का इस्तेमाल डाटा को पूरी तरह से स्‍टोर करने के लिए किया जाता है, इनका इस्तेमाल सॉफ्टवेयर को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने के लिए किया जाता है, इनको साधारण DVD प्‍लेयर में नहीं चलाया जा सकता है, इनको या तो DVD -ROM में या फिर किसी भी सिस्टम के DVD RAM ड्राइव में चलाया जा सकता है

डीवीडी-रैम क्‍या है What is DVD-RAM(Random Access Memory)

DVD-RAM को 1996 में DVD Forum के द्वारा बनाया गया था, इनका इस्तेमाल कंप्यूटर में, पर्सनल केम रिकॉर्डर में, या फिर पर्सनल वीडियो रिकॉर्डर में सन् 1998 से किया जा रहा है, इसमें डाटा को रखना सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता है क्योंकि इसमें डाटा की सुरक्षा सबसे ज्यादा होती है और इनकी स्‍टोरेज क्षमता भी बाकी से बहुत ज्यादा होती है और इसमें एक लाख बार तक किसी भी डाटा को लिख सकते हैं

डीवीडी की विशेषताएं Features of DVD

  1. DVD की फुल फॉर्म डिजिटल वर्सटाइल डिस्क होती है
  2. इसका स्‍टोरेज क्षमता लगभग 4.7 से 17 जीबी की होती है
  3. इसकी रिकॉर्डिंग लेयर डिस्‍क के बीचों बीच होती है
  4. इसमें गड्ढों की परत दो लेयर की होती है
  5. इसमें डाटा को भेजने का रेट 11 Mb/Sec का होता है
  6. DVD की मोटाई 0.6 mm की होती है
  7. DVD का राइटर मैकेनिज्म 10.5 Mbit/s होता है
  8. DVD को सोनी, तोशिबा और पैनासोनिक के द्वारा बनाया गया था
  9. DVD के चैनल बिंट की लंबाई 113 नैनोमीटर होती है

डीवीडी के फायदे Advantages of DVD

  1. DVD की स्टोरेज क्षमता बहुत ज्यादा होती है जिससे बहुत सा डाटा स्टोर कर सकते हैं
  2. ये आसानी से किसी भी स्टोर पर मिल जाती है
  3. ये पोर्टबल होती है मतलब इसका उपयोग डाटा को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए कर सकते हैं
  4. जब इनमें किसी भी चीज को रिकॉर्ड करते है तो इनमें क्वालिटी बहुत अच्छी आती है
  5. इनके मूल्य इतने कम होते है कि हर व्यक्ति इनको आसानी से खरीद सकता है

डीवीडी के नुकसान Disadvantages of DVD

  1. CD ड्राइव में DVD काम नहीं करती है
  2. अगर इन पर स्क्रैच आ गई तो इनको खराब होने का खतरा रहता है
क्‍या आपने भी कभी DVD का इस्‍तेमाल किया है तो हमें जरूर अपना Experience बताएं और बताएं कि क्‍या आपको DVD की बताई गई विशेषताओं के बारे में जानकारी थी धन्‍यवाद 

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